" ले के सारे दिन की खुशबू ,
तिनका-तिनका चन्दन सा !
सतरंगी अब रात हो गई ,
सन्नाटा अभिनन्दन सा !!
आज के बीते दिन से पनपे ,
कल की किरणे, इनसे दिन !
जाते वर्ष की नन्ही आशा ,
आज बड़ी है , बड़ा है दिन !! "
.... बड़ा दिन मुबारक हो ......!!
तिनका-तिनका चन्दन सा !
सतरंगी अब रात हो गई ,
सन्नाटा अभिनन्दन सा !!
आज के बीते दिन से पनपे ,
कल की किरणे, इनसे दिन !
जाते वर्ष की नन्ही आशा ,
आज बड़ी है , बड़ा है दिन !! "
.... बड़ा दिन मुबारक हो ......!!
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