Wednesday, April 11, 2012

सब की अपनी अपनी ख्वाहिशें हैं और अपने अपने भगवान् ...!!

             " आज बारिश का सा मौसम हुआ है ...हाँ बरस भी सकते हैं ...!! संभावना है .......पार्क मैं मोटापे और शुगर से परेशान लोग घूमते हुए ज़िक्र कर रहे हैं की काश बरस जाते तो मौसम सुहाना हो जाता और घूमने का मजा कुछ और होता ....!!
            ये लोग घूमने इस लिए निकलते हैं की कुछ अनियमित खा कर शुगर और शारीर बिगड़ गया है ...और सुधार के लिए घूमना चाहते हैं .....ठंडी हवा मैं .........

           लेकिन वहीँ दूसरी और किसान दुआ करता है की कुछ दिन और मत बरसना राम जी ....अनाज सुखा पड़ा है ....काट कर घर रख लूं तो साल भर को खाने को हो जाएगा ....वरना सब बेकार....!!
            एक झोपड़ी मैं लेटी बूढी नानी अपने धेवते को देख कर बोलती है की आज कुछ कम है ताप , हे भगवान् आज मौसम ठंडा मत करो दवा के पैसे भी नहीं ...

कमाल है ...इश्वर किस तरह से देखे ये सब ....सब की अपनी अपनी ख्वाहिशें हैं और अपने अपने भगवान् ...!!

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